नकली घी में इस्तेमाल किए गए सस्ते तेल और रसायन पेट, लिवर और किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

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Editor - Isha Gupta

कमजोर इम्युनिटी वाले बच्चों व बुजुर्गों पर नकली घी का असर गंभीर हो सकता है, जिससे सेहत बिगड़ सकती है.

सेहत के लिए खतरनाक

अगर घी जल्दी पिघल जाए और हल्की खुशबू दे तो असली है, नकली घी देर से पिघलेगा और बदबू देगा.

गर्म करके जांचें

शुद्ध घी हाथ से रगड़ने पर तुरंत पिघलता है और उसमें से देसी घी की सुगंध आती है, नकली में चिपचिपाहट होती है.

उंगली से रगड़ कर पहचानें

अगर पानी में घी डालने पर झाग बनने लगे, तो घी में केमिकल या साबुन जैसी चीजें मिली हो सकती हैं.

पानी में मिलाकर

असली देसी घी का रंग हल्का पीला होता है और उसमें मनमोहक खुशबू होती है, नकली में रंग और गंध अजीब होती है.

रंग और खुशबू से

ठंड में शुद्ध घी सफेद होकर जम जाता है और धीरे-धीरे पिघलता है, नकली घी का व्यवहार अलग हो सकता है.

ठंड में घी का जमना

घी खरीदते समय हमेशा FSSAI नंबर, कंपनी का नाम और पैकिंग तारीख जरूर चेक करें, भरोसेमंद ब्रांड चुनें.

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ब्रांड और लेबल जांचें

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