गणेश जी की पूजा में तुलसी अर्पित करना वर्जित माना जाता है. इसके पीछे एक पौराणिक कथा छुपी है.

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गणेश पूजा में दूर्वा घास, मोदक और लाल फूल चढ़ाए जाते हैं, लेकिन तुलसी को वर्जित माना गया है.

तुलसी को हिंदू धर्म में पवित्र पौधा माना जाता है और यह भगवान विष्णु व कृष्ण को विशेष रूप से प्रिय है.

पौराणिक मान्यता के अनुसार, तुलसी ने भगवान गणेश से विवाह का प्रस्ताव रखा था.

गणेश जी ने ब्रह्मचर्य का पालन करने की प्रतिज्ञा के चलते तुलसी का यह प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया.

इस वजह से तुलसी क्रोधित हुईं और उन्होंने गणेश जी को शाप दे दिया.

गणेश जी ने भी तुलसी को शाप दिया और उन्हें पौधा बनने का वरदान दिया.

इसी घटना के बाद से गणेश पूजा में तुलसी का उपयोग वर्जित हो गया और इसे परंपरा का हिस्सा बना दिया गया.

गणेश जी की पूजा में तुलसी, केतकी के फूल और तामसिक भोजन वर्जित हैं. सात्विकता और शुद्धता का पालन करना चाहिए.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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