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यही कारण है कि छोटे किसान से लेकर बड़े डेयरी फार्म तक, हर कोई मुर्रा पालन की ओर तेजी से बढ़ रहा है.
मुर्रा भैंस को भारत की सबसे बेहतरीन दूध देने वाली नस्ल माना जाता है. इसकी उत्पादकता काफी ज्यादा होती है.
मुर्रा भैंस रोज औसतन 12 से 18 लीटर दूध देती है. अच्छी देखभाल मिलने पर यह 20 लीटर से भी ज्यादा दूध देने लगती है.
इसके दूध में 7–8% तक फैट होता है, जिससे घी, मक्खन और पनीर की क्वालिटी बेहतरीन बनती है.
चाहे तेज गर्मी हो या कड़ाके की ठंड, मुर्रा भैंस आसानी से खुद को मौसम के अनुसार ढाल लेती है.
इस नस्ल की खास बात यह है कि इसे पालने में ज्यादा खर्च नहीं आता. सामान्य चारे से ही यह अच्छी परफॉर्मेंस देती है.
मुर्रा दूध की मांग शहरों से लेकर बड़े डेयरी प्लांट तक रहती है. 60 से 80 रुपये प्रति लीटर तक इसका दाम मिल जाता है.
सिर्फ 2 मुर्रा भैंस से सालाना 7–8 लाख रुपये तक की कमाई संभव है. दूध के साथ गोबर से भी अतिरिक्त आय होती है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.