Photo Credit: Canva
इस नस्ल का दूध स्वाद में बेहद लाजवाब होता है और आसानी से घी बनाने के लिए उपयुक्त है.
भदावरी भैंस का रंग तांबे जैसी लालिमा लिए बदामी होता है, जिससे इसे आसानी से पहचाना जा सकता है.
एक भदावरी भैंस रोजाना लगभग 25 लीटर दूध दे सकती है, जो अन्य नस्लों की तुलना में अधिक है.
अधिक दूध और फैट वाले दूध के कारण भदावरी नस्ल डेयरी व्यवसायियों के लिए लाभकारी मानी जाती है.
इसके दूध से घी निकालने की क्षमता अधिक होती है, जिससे डेयरी उद्योग में इसका विशेष महत्व है.
भदावरी भैंस का दूध स्वास्थ्य और पोषण के लिहाज से बेहद लाभकारी है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए.
भदावरी भैंस की दूध देने की क्षमता और फैट प्रतिशत इसे अन्य भैंसों से अलग और खास बनाता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.