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अलग-अलग सब्जियों के लिए अलग मिट्टी उपयुक्त होती है, जिसे जानना हर किसान और बागवान के लिए फायदेमंद है.
विशेषज्ञों के अनुसार दोमट मिट्टी सब्जियों के लिए सबसे उपजाऊ मानी जाती है. इसमें पोषक तत्व का संतुलन सही रहता है.
लोमी मिट्टी न ज्यादा सख्त होती है और न ही बहुत ढीली, जिससे पौधों की जड़ें आसानी से फैलती हैं.
गाजर, मूली और चुकंदर जैसी जड़ वाली सब्जियां रेतीली मिट्टी में अच्छी बढ़त करती हैं.
टमाटर, मिर्च और पालक जैसी पत्तेदार व फलदार सब्जियां गाद युक्त मिट्टी में अच्छी उपज देती हैं.
जलोढ़ मिट्टी में प्राकृतिक रूप से पोषक तत्व होते हैं और यह नमी को लंबे समय तक बनाए रखती है.
मिट्टी में कम्पोस्ट या गोबर की खाद मिलाने से उसकी उर्वरता बढ़ती है और सब्जियों की गुणवत्ता में सुधार होता है.
सब्जियों के लिए मिट्टी का pH स्तर 6 से 7 के बीच सबसे अच्छा माना जाता है, जिससे पोषक तत्व आसानी से मिलते हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.