गेंदे के फूल की चमकदार रंगत और खूशबू इसे आकर्षक बनाती है. यह पूजा से लेकर समारोह तक हर जगह दिखता है.

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हिंदू धार्मिक परंपराओं में गेंदा एक पवित्र फूल माना जाता है. इसे सजावट के लिए खूब इस्तेमाल किया जाता है.

गेंदे के पौधों को ज्यादा पानी की ज़रूरत नहीं होती. ये तेज धूप में भी अच्छे से पनपते हैं, जिससे किसान इसे आसानी से उगा सकते हैं.

गेंदे का पौधा कीटों को आकर्षित करके उन्हें पकड़ता है, जिससे अन्य फसलों को नुकसान नहीं होता. 

गेंदा ऐसा पौधा है जो गर्मी और सर्दी दोनों मौसमों में आसानी से फूल देता है, जिससे इसकी खेती सालभर की जा सकती है.

गेंदे की खेती मई से मानसून तक चलती है. जून का महीना इसमें सबसे ज्यादा फूलों की पैदावार के लिए जाना जाता है.

सर्दियों की फसल जनवरी से मार्च तक होती है. ठंडी में भी इसकी मांग बनी रहती है, जिससे किसानों को मुनाफा मिलता है.

भारत में गेंदा फूल मुख्य रूप से अक्टूबर से मार्च तक खिलता है. यही समय इसे खास मौकों के लिए खास बनाता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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