बाल झड़ना आज हर उम्र के लोगों की आम समस्या बन चुकी है.

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जिंक, आयरन और विटामिन D की कमी से बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं. लंबे समय तक प्रोटीन की कमी बाल झड़ने का खतरा बढ़ा देता है.

शारीरिक या मानसिक तनाव जैसे बड़ी सर्जरी, नौकरी का दबाव हेयर ग्रोथ साइकल को प्रभावित करता है.

गर्भावस्था, प्रसव या रजोनिवृत्ति के दौरान हार्मोन में बदलाव बालों को कमजोर कर देते हैं.

अगर आपके माता-पिता को बाल झड़ने की समस्या रही है, तो यह समस्या जेनेटिक कारणों से आपको भी हो सकती है.

स्ट्रेटनर, ब्लो ड्रायर और हेयर कलर का बार-बार उपयोग बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचाता है. 

थायराइड, PCOS या कुछ गंभीर बीमारियां बाल झड़ने का कारण बन सकती हैं. कुछ दवाओं और कीमोथेरेपी से भी हेयर फॉल होता है.

उम्र बढ़ने के साथ बालों का ग्रोथ साइकल धीमा हो जाता है और बाल पतले दिखने लगते हैं.

अगर बाल लगातार झड़ रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें. सही इलाज से आप बाल झड़ने की समस्या को समय रहते रोक सकते हैं.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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