हार्ट अटैक में मांसपेशियों को ऑक्सीजन नहीं मिलती, जबकि कार्डियक अरेस्ट में दिल की धड़कन पूरी तरह रुक जाती है. 

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हार्ट अटैक तब आता है जब धमनियों में ब्लॉकेज के कारण दिल तक रक्त और ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाते.

सीने में दबाव या दर्द, ठंडा पसीना, थकावट, चक्कर आना और सांस फूलना हार्ट अटैक के प्रमुख संकेत हैं. 

कार्डियक अरेस्ट में दिल एकदम से काम करना बंद कर देता है. इससे शरीर और मस्तिष्क को रक्त नहीं मिल पाता.

अचानक चक्कर, सांस लेने में कठिनाई या तेज धड़कन इसके संकेत हो सकते हैं. यह बिना चेतावनी के भी हो सकता है.

जब दिल का इलेक्ट्रिकल सिस्टम गड़बड़ करता है, तो सडन कार्डियक अरेस्ट हो सकता है. 

अगर बार-बार थकान, सांस फूलना या हृदय संबंधी कोई परेशानी हो रही है तो ECG, ईको और ब्लड टेस्ट चेकअप कराएं.

धूम्रपान छोड़ें, हेल्दी डायट लें, कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रखें, वजन कम करें और रोजाना व्यायाम करें. 

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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