ऑयल पुलिंग स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटन्स जैसे हानिकारक बैक्टीरिया की संख्या कम करता है, जिससे कैविटी बनने का खतरा घटता है.

PC: Canva

रोजाना तेल से कुल्ला करने से मसूड़ों की सूजन और खून आना धीरे-धीरे कम होता है.

ऑयल पुलिंग दांतों पर जमने वाली पीली परत यानी प्लाक बनने से रोकता है, जिससे दांत लंबे समय तक साफ बने रहते हैं.

तेल मुंह के अंदर मौजूद दुर्गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को हटाता है, जिससे मुंह से ताजगी भरी खुशबू आती है.

नारियल या तिल के तेल का इस्तेमाल एक 100% नेचुरल और केमिकल-फ्री तरीका है वो भी बिना किसी साइड इफेक्ट के.

ऑयल पुलिंग मुंह में मौजूद टॉक्सिन्स, बैक्टीरिया और जमा मलबे को बाहर निकालकर मुंह को अंदर से साफ करता है.

ऑर्गेनिक, कोल्ड-प्रेस्ड नारियल तेल लें, एक चम्मच मुंह में डालें, 15-20 मिनट घुमाएं.

इसके बाद इसे थूक दें फिर गर्म पानी से कुल्ला करें और अंत में ब्रश कर लें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

Next: इन लोगों के लिए जहर समान हो सकता है शहद, जानें