एक रेशा जीभ पर रखें—अगर स्वाद मीठा और तुरंत रंग छोड़े, तो वह नकली है. असली केसर का स्वाद हल्का कड़वा होता है.

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थोड़े पानी में बेकिंग सोडा मिलाएं और उसमें केसर डालें. असली केसर पीला रंग छोड़ेगा, जबकि नकली संतरी रंग में बदल जाएगा.

असली केसर दबाने पर टूट जाता है क्योंकि यह मुलायम होता है. नकली केसर रेशे ज्यादा सख्त होते हैं और जल्दी नहीं टूटते.

असली केसर में तेज, मिट्टी जैसी सुगंध होती है. नकली केसर या तो गंधहीन होता है या उसमें कृत्रिम खुशबू होती है.

असली केसर को पानी में डालें, यह धीरे-धीरे रंग छोड़ेगा और रेशा बरकरार रहेगा. नकली तुरंत रंग छोड़ेगा और रेशा घुल जाएगा.

केसर को सफेद कागज पर रगड़ें—अगर रंग फैल जाए और दाग छोड़े तो वह मिलावटी है. असली केसर से दाग नहीं पड़ता.

असली केसर जलाने पर हल्की सी धुंआ और खुशबू देगा, जबकि नकली प्लास्टिक जैसी गंध के साथ जलता है.

बहुत सस्ता केसर अक्सर नकली होता है. असली केसर महंगा होता है क्योंकि इसकी खेती और प्रोसेसिंग मेहनतभरी होती है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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