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चुनरी, चूड़ियां, सिंदूर, काजल, बिंदी, मंगलसूत्र, गजरा, पायल, बिछिया और झुमके सोलह शृंगार में खासतौर पर शामिल होते हैं.
पूजा के लिए अलग टोकरी तैयार करें जिसमें लाल चुनरी, बिंदी पत्ता, चूड़ियां, मेंहदी, काजल, इत्र और नेलपेंट जैसी चीजें रखें.
यदि संभव न हो तो माता रानी को 5 या 7 चीजें भी चढ़ा सकते हैं जैसे चुनरी, सिंदूर, चूड़ियां, काजल और बिछिया.
शृंगार में लाल रंग को विशेष महत्व दिया गया है. लाल चुनरी, लाल चूड़ियां और लाल लिपस्टिक माता रानी को अर्पित करें.
शृंगार का सामान नवरात्रि समाप्ति पर मंदिर में अर्पित कर सकते हैं या किसी सुहागिन को भेंट करना भी शुभ माना जाता है.
चढ़ाई गई सामग्री में से कुछ चीजें जैसे सिंदूर या चूड़ियां अपने पास रखना शुभ माना जाता है.
यदि सामान किसी को भेंट कर रहे हैं तो साथ में थोड़ी दक्षिणा अवश्य दें. यह परंपरा दान और पुण्य का महत्व बढ़ाती है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.