PC: Canva
असली सरसों का तेल हल्के पीले या सुनहरे रंग का होता है, जबकि नकली तेल का रंग सफेद या बहुत हल्का हो सकता है.
असली सरसों के तेल की खुशबू तेज और तीखी होती है. यदि तेल से हल्की या रासायनिक गंध आए तो वह मिलावटी हो सकता है.
कुछ बूंदें सरसों के तेल की पानी में डालें. अगर तेल ऊपर तैरने लगे तो उसमें मिलावट की संभावना होती है.
थोड़ा सा तेल हथेली पर लगाएं. अगर रगड़ने पर हल्की जलन महसूस होती है तो यह शुद्ध हो सकता है.
फ्रिज से बाहर निकालने के बाद अगर तेल में सफेद परत या रेशा जैसा कुछ दिखे, तो ये संकेत हैं कि तेल शुद्ध नहीं है.
नकली सरसों का तेल जल्दी खराब नहीं होता, जबकि असली तेल में लंबे समय बाद बदबू या रंग बदलने जैसे बदलाव आते हैं.
बहुत कम दाम में मिलने वाला सरसों का तेल शक की वजह हो सकता है. शुद्ध तेल की कीमत थोड़ी ज्यादा होती है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.