पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए गमले की मिट्टी हर साल या दो साल में बदलनी चाहिए, ताकि पोषण बना रहे.

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मिट्टी बदलते समय पौधे को झटका लग सकता है, इसलिए मिट्टी को दो-तीन दिन पहले गीला करें.

मिट्टी बदलने से पहले गमले को हल्के हाथों से चारों ओर थपथपा कर मिट्टी को ढीला करें.

जब मिट्टी हल्की और भुरभुरी हो जाए, तभी उसे खुरपी से निकालें ताकि जड़ को नुकसान न हो.

मिट्टी निकालते वक्त पौधे की जड़ों को कोई नुकसान न पहुंचे, इस पर विशेष ध्यान देना जरूरी है.

निकाली गई पुरानी मिट्टी में जैविक खाद और थोड़ी नई मिट्टी मिलाकर दोबारा गमले में भरें.

केमिकल वाली खाद की बजाय गोबर की खाद या कम्पोस्ट का प्रयोग करें, ये पौधों के लिए ज्यादा फायदेमंद है.

नई मिट्टी डालने के बाद हल्का पानी दें ताकि मिट्टी सैट हो जाए और पौधा फिर से रूट हो सके.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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