नौतपा की झुलसाने वाली गर्मी में दूध देने वाले मवेशियों पर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.

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ऐसे में गर्मी में पशुशाला हवादार रखें, टीन की छत को सफेद रंग से रंगें और घास की परत बिछाएं.

मवेशियों को खुली, छायादार जगह पर रखें और ज्यादा जानवरों को एक साथ न रखें.

सूखा चारा कम और हरा चारा ज्यादा दें जैसे मक्का, मूंग या लोबिया ताकि शरीर ठंडा रहे.

पशुओं को दिन में 3-4 बार ठंडे पानी से नहलाएं, खासकर भैंसों को पानी में डुबकी दिलाएं.

मवेशियों को दिन में कम से कम तीन बार ठंडा, साफ पानी दें और उसमें थोड़ा नमक मिलाएं.

दोपहर में जानवरों को चराने न ले जाएं, लू से बचाव के लिए पशुशाला के पास पेड़ लगाएं.

पशुशाला में पंखे या एग्जॉस्ट लगाकर वेंटिलेशन बेहतर करें ताकि गर्मी का असर कम हो.

पशुओं की सफाई का ध्यान रखें, बिछावन रोज बदलें और संक्रमण से बचाव के उपाय करें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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