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शनि को न्याय का देवता और कर्मफल दाता माना जाता है. जैसा कर्म करेंगे, वैसा फल मिलेगा.
साढ़ेसाती की अवधि: शनि की साढ़ेसाती कुल 7.5 साल की होती है, जिसमें तीन चरण होते हैं.
शनि जब राशि परिवर्तन करते हैं, तो जिस राशि में और उसकी पिछली व अगली राशि में साढ़ेसाती शुरू होती है.
शनि राशि परिवर्तन के समय जिस राशि के चौथे या आठवें भाव में होता है, वहां ढैय्या का प्रभाव शुरू होता है.
2026 की साढ़ेसाती: 2026 में कुंभ, मीन और मेष राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का असर रहेगा.
2026 की ढैय्या: सिंह और धनु राशि वाले 2026 में शनि की ढैय्या के प्रभाव में रहेंगे.
शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का असर लंबी अवधि तक होता है, इसलिए संयम और धर्मकर्म करना लाभकारी रहता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.