पंचमुखी रुद्राक्ष की उत्पत्ति शिवजी के आंसुओं से मानी जाती है, इसलिए इसे अत्यंत पवित्र और शक्तिशाली माना जाता है.

PC: Canva

इसे धारण करने से मन स्थिर रहता है, चिंता और तनाव कम होते हैं और मानसिक रूप से व्यक्ति शांत अनुभव करता है.

पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करने से साधना और ध्यान में एकाग्रता बढ़ती है, जिससे आत्मिक बल और ऊर्जा मिलती है.

ज्योतिष अनुसार यह रुद्राक्ष व्यक्ति की आर्थिक स्थिति को मजबूत करता है और घर में धन-समृद्धि लाता है.

मान्यता है कि सावन में पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करने वाला व्यक्ति अकाल मृत्यु और दुर्घटनाओं से सुरक्षित रहता है.

यह बृहस्पति ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को कम करता है और जीवन में सकारात्मकता लाता है.

शादीशुदा लोगों के लिए यह रुद्राक्ष सुख-शांति बनाए रखने में सहायक होता है और दांपत्य संबंधों को मजबूत करता है.

सावन माह में पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करने से इसका फल कई गुना बढ़ जाता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

Next: A2 घी: सेहत का सुपरफूड या सिर्फ़ एक महंगा झांसा?