दिवाली का त्योहार मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की कृपा पाने का भी अवसर माना जाता है. 

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20 अक्टूबर, 2025 को कार्तिक मास की अमावस्या तिथि दोपहर 3:45 बजे से शुरू होगी. 

यहा 21 अक्टूबर शाम 5:55 बजे समाप्त होगी. सबसे शुभ मुहूर्त शाम 5:46 बजे से 7:21 बजे तक है.

दिवाली के दिन माता लक्ष्मी को बताशे का भोग लगाने से उनकी प्रसन्नता बनी रहती है. 

पूजा के समय अनार माता लक्ष्मी को अर्पित करना शुभ फल देने वाला माना जाता है. यह देवी को बेहद प्रिय फल है.

दिवाली पूजन में नारियल शामिल करना अत्यंत शुभ होता है. इसकी पवित्रता और कई परतें देवी लक्ष्मी की कृपा को बढ़ाती हैं.

गणेशजी को मोतीचूर के लड्डू अर्पित करने से वे प्रसन्न होते हैं और परिवार में सुख-शांति और समृद्धि आती है.

गणेशजी को मोदक अर्पित करने से विघ्नहर्ता की कृपा मिलती है और जीवन में आने वाली परेशानियों से राहत मिलती है.

दिवाली पूजन में खीर भी शामिल करना लाभकारी माना जाता है. इससे धन लाभ के योग बनते हैं.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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