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प्रेमानंद महाराज बताते हैं कि कैसे नाम जप, पवित्र आचरण और संतुलित मन से इनसे बचा जा सकता है.
सोने से पहले ईश्वर का नाम जप करने से मन शांत होता है और अच्छे सपनों की संभावना बढ़ती है.
हमारे स्वप्न वही दिखाते हैं जो हम जीवनभर के आचरण और विचारों में संजोते हैं.
संत लोग भगवान, भक्ति और तीर्थ से जुड़े सपने देखते हैं, जो आत्मा को शांति देते हैं.
सपनों में वही दृश्य आते हैं जो हमारे मन में गहराई से बसे रहते हैं.
जैसे जागृत अवस्था का संसार अस्थायी है, वैसे ही सपनों का भी कोई स्थायी महत्व नहीं है.
सपना कोई वास्तविक या सार्थक वस्तु नहीं है, यह केवल मानसिक छवि भर है.
डरावने सपनों से बचने के लिए जरूरी है कि मन को शुद्ध और सकारात्मक बनाया जाए.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.