पशु विशेषज्ञों के मुताबिक, बारिश के मौसम में बकरियों की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है. 

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अमरूद और सहजन के पत्तों में भरपूर टेनिन, फाइबर और प्रोटीन पाया जाता है, जो बकरियों को संक्रमण से बचाता है.

इन पत्तियों में मौजूद तत्व बकरियों के पेट में कीड़ों को खत्म करते हैं, जिससे उनका विकास सामान्य रूप से होता रहता है.

सहजन की पत्तियों में कार्बोहाइड्रेट, वसा और प्रोटीन भरपूर होते हैं. इसे खाने से बकरियों का वजन तेजी से बढ़ता है.

गिलोय और नीम के पत्ते बकरियों के लिए प्राकृतिक इम्युनिटी बूस्टर का काम करते हैं. ये बकरियों को वायरल से बचाते हैं.

अगर आप बकरी के बच्चों को गिलोय-नीम की पत्तियां खिलाते हैं, तो उनकी मृत्यु दर में भारी कमी आ सकती है.

बरसात में कमजोर बकरियों का वजन नहीं बढ़ता और आहार का असर नहीं होता. औषधीय पत्तों से यह समस्या दूर हो सकती है.

स्टॉल फीडिंग करने वाले किसानों को आहार में नीम, सहजन, गिलोय जैसी पत्तियों को नियमित रूप से शामिल करना चाहिए.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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