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गंदा या बासी चारा देने से गैस, डायरिया और संक्रमण हो सकता है. हमेशा ताजा और साफ चारा ही दें.
गर्भवती बकरी का पाचन संवेदनशील होता है. नए चारे या सप्लीमेंट्स को धीरे-धीरे ही मिलाएं.
कैल्शियम, फॉस्फोरस और मिनरल्स जैसे सप्लीमेंट्स बिना पशु चिकित्सक की सलाह के न दें.
गर्भावस्था के दौरान बकरी को हर वक्त ताजा और साफ पानी मिलना चाहिए. ताकि कमजोरी और प्रसव में दिक्कत न हो.
बकरी को दिन में 2 से 3 बार तय समय पर भोजन देना चाहिए. अनियमितता से उसका मेटाबॉलिज्म बिगड़ सकता है.
अधिक चर्बी युक्त आहार से बकरी का वजन असामान्य रूप से बढ़ सकता है, जिससे प्रसव कठिन हो सकता है.
गर्भवती बकरी को दिन में थोड़ी देर टहला देना अच्छा होता है. इससे उसका पाचन ठीक रहता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.