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बथुआ में ऑक्सलेट की मात्रा अधिक होती है, जो पहले से स्टोन वाले लोगों में समस्या बढ़ा सकता है.
बथुआ फाइबर से भरपूर है, लेकिन अधिक मात्रा पेट फूलना, गैस, भारीपन और डकार जैसी समस्याएं बढ़ा सकता है.
कुछ लोगों में बथुआ यूरिक एसिड का स्तर बढ़ा देता है, जिससे जोड़ों में दर्द, सूजन और गाउट जैसे लक्षण दिख सकते हैं.
कुछ लोगों में बथुआ खाने के बाद खुजली, लाल दाने या त्वचा में सूजन जैसी एलर्जी हो सकती है. ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.
लगातार बड़ी मात्रा में बथुआ खाने से शरीर पर ऑक्सलेट और फाइबर दोनों का बोझ बढ़ता है, जो पाचन और गुर्दे दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.