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सुरती भैंस एक बार में औसतन 1300 लीटर तक दूध देती है, जिससे पशुपालक को बेहतर आमदनी होती है.
इस नस्ल के दूध में 8 से 12 प्रतिशत तक फैट पाया जाता है, जिससे डेयरी उत्पादों की क्वालिटी बेहतर होती है.
सुरती भैंस की खासियत है कि यह किसी भी जलवायु या वातावरण में खुद को जल्दी ढाल लेती है.
मीडियम साइज होने के कारण सुरती भैंस को पालने के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती.
यह भैंस साधारण भोजन में भी बेहतर दूध उत्पादन करती है. इसके लिए महंगे चारे की जरूरत नहीं.
कम लागत में मुनाफा कमाना है तो छोटे पशुपालक सुरती नस्ल की भैंस से बढ़िया कमाई कर सकते हैं.
जिन लोगों को पशुपालन का ज्यादा अनुभव नहीं है, उनके लिए यह नस्ल एक सुरक्षित और फायदे वाला विकल्प है.