बर्ड फ्लू मुख्य रूप से पक्षियों को प्रभावित करता है और पोल्ट्री फार्मिंग के लिए सबसे बड़ा खतरा है. 

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कई किसान बर्ड फ्लू और स्वाइन फ्लू में फर्क नहीं समझते, जिससे गलतफहमियां और डर फैलता है. 

पोल्ट्री व्यवसाय को लाभदायक बनाने के लिए अच्छी आनुवंशिकी, संतुलित फीड, प्रबंधन और बीमारी की रोकथाम जरूरी है.

कम घातक एवियन फ्लू (LPAI) के लिए भारत में नई वैक्सीन लॉन्च हुई है, जो पोल्ट्री को सुरक्षित रखने में मददगार है.

HPAI वायरस अधिक जानलेवा होता है, जबकि LPAI कम खतरनाक. नई वैक्सीन LPAI को रोकने में मदद करती है.

फार्म को सुरक्षित रखने के लिए जैव-सुरक्षा उपाय सबसे जरूरी हैं जैसे पक्षियों को आयु के हिसाब से अलग रखना और सफाई.

फार्मिंग सफलता जीनोटाइप और पर्यावरण के संतुलन पर निर्भर करती है. अच्छा जेनेटिक्स तभी असर करेगा जब वातावरण सही हो.

अगर पोल्ट्री फार्मर्स को सही जानकारी पता हो तो बर्ड फ्लू जैसे वायरस से फार्म को सुरक्षित रखा जा सकता है.

सीएलएफएमए की टेक्ननिकल कमेटी के सदस्य डॉक्टर अजीत रानडे ने ये जानकारी दी है.

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