Photo Credit: Canva
अपनी सादगी, जमीन से जुड़ी जिंदगी और परिवार के प्रति प्रेम ने उन्हें पर्दे के साथ-साथ असली जीवन में भी हीरो बनाया.
धर्मेंद्र हमेशा कैमरों की भीड़ से दूरी रखते थे. जीवन के आखिरी सालों में उन्होंने सुकूनभरी खेती-किसानी के बीच रहना चुना.
100 एकड़ के अपने देसी फार्महाउस में जाकर वे खुद को सबसे अधिक जीवित महसूस करते थे.
पंजाब के गांव में गुजरा बचपन ही उनके खेती प्रेम की जड़ था. वे अपने फार्म में फल और अनाज खुद उगाते थे.
धर्मेंद्र अक्सर पेड़ों से फल तोड़ते और बतखों तथा गाय-भैंसों के साथ समय बिताते हुए वीडियोज और तस्वीरें साझा करते थे.
बॉबी देओल कई बार बता चुके हैं कि उनके पिता फार्महाउस के माहौल में सबसे अधिक खुश रहते थे.
पर्दे पर भले ही वे एक्शन हीरो रहे हों, लेकिन असल जिदगी में वे बेहद सरल, शांत और बड़े दिल वाले इंसान थे.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.