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चिली की अरौकाना नस्ल की मुर्गियां नीले और हरे अंडे देती हैं. इनकी खास बात ये है कि इनके कानों पर पंख होते हैं.
ऑलिव एगर एक संकर नस्ल है जो अरौकाना और मारांस के क्रॉस से बनी है. ये मुर्गियां सप्ताह में 4-6 जैतूनी हरे अंडे देती हैं.
अंडों का रंग उसकी नस्ल पर निर्भर करता है. नीले अंडों में बिलिवर्डिन और भूरे अंडों में प्रोटोपोरफायरिन पिगमेंट पाया जाता है.
नीले, हरे या सफेद अंडों में पोषण स्तर लगभग समान होता है. फ्री-रेंज मुर्गियों के अंडों में ओमेगा-3 फैटी एसिड ज्यादा हो सकती है.
ग्रामीण भारत में पोल्ट्री फार्मिंग में रंगीन अंडों की मांग बढ़ी है. ये अंडे आम अंडों की तुलना में ज्यादा कीमत पर बिकते हैं.
अरौकाना और ऑलिव एगर नस्लों की मुर्गियां अपने अनोखे अंडों के कारण बाजार में तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं.
रंगीन अंडे देने वाली मुर्गियों को खुले वातावरण, संतुलित आहार और तनाव रहित माहौल चाहिए होता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.