शाही लीची बिहार की मशहूर किस्म है, जबकि चीनी लीची का उत्पादन पश्चिम बंगाल और उत्तरी राज्यों में होता है.

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शाही लीची आकार में थोड़ी छोटी और गोल होती है, जबकि चीनी लीची लंबी और थोड़ी बड़ी होती है.

शाही लीची का छिलका गहरा गुलाबी होता है, जबकि चीनी लीची का रंग हल्का लाल और चमकीला होता है.

शाही लीची अधिक मीठी और रसीली होती है, वहीं चीनी लीची थोड़ी कम मीठी और हल्की खटास लिए होती है.

शाही लीची का छिलका मोटा और जल्दी छीलने योग्य होता है, जबकि चीनी लीची का छिलका पतला और सख्त होता है.

शाही लीची में बीज छोटा होता है, जिसे 'पल्पी' लीची भी कहा जाता है. वहीं चीनी लीची में बीज थोड़ा बड़ा होता है.

शाही लीची अप्रैल-मई में फूलती है और मई-जून में पकती है. चीनी लीची का मौसम थोड़ा जल्दी या देर से हो सकता है.

शाही लीची स्वाद और गुणवत्ता के चलते बाज़ार में अधिक महंगी बिकती है, जबकि चीनी लीची सस्ती होती है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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