गाय पालन ऐसा बिजनेस है जिसमें शुरुआती मेहनत के बाद हर दिन कमाई होती है. 

Photo Credit: Canva

डेयरी शुरू करने से पहले गाय की नस्ल पहचानना बेहद जरूरी है. सही नस्ल चुनने से दूध उत्पादन बढ़ता है और खर्च घटता है.

भारत की साहीवाल, गिर और लाल सिंधी गायें दूध उत्पादन और सहनशीलता के लिए मशहूर हैं. 

देसी नस्ल की गायों का दूध पोषक तत्वों से भरपूर होता है. यह सेहत के लिए फायदेमंद और मार्केट में ज्यादा दाम पर बिकता है.

होल्स्टीन फ्रिजियन (HF), जर्सी, ब्राउन स्विस और आयरशायर जैसी विदेशी नस्लें 30 से 35 लीटर तक दूध देती हैं.

इन विदेशी नस्लों में बीमारियां कम होती हैं और संतुलित आहार देने पर वे लगातार ज्यादा दूध देती हैं.

गाय को पौष्टिक चारा, साफ पानी और आरामदायक माहौल दें. हरा चारा दूध की मात्रा 15–20% तक बढ़ा सकता है.

गायों की नियमित जांच और टीकाकरण से उनकी सेहत बनी रहती है. स्वस्थ गाय ही लगातार अधिक दूध देती है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

Next: नकली किशमिश तो नहीं खा रहे आप, ऐसे करें पहचान!