बरसात और बदलते मौसम में पशुओं का सही आहार उनके स्वास्थ्य और दूध उत्पादन के लिए बेहद जरूरी है. 

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बरसात में अगर पशु को भीगा हुआ या सड़ा हुआ अनाज खिलाया जाए तो उनके पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ता है.

फूलन लगी, सड़ी या गली घास पशुओं को बिल्कुल न दें. यह उनके स्वास्थ्य और दूध उत्पादन दोनों के लिए हानिकारक होता है.

पुराने या खराब हो चुके अनाज और चारे से पशु बीमार पड़ सकते हैं. समय रहते सही और ताजा चारा देना जरूरी है.

बरसात में चारे पर फफूंद जल्दी जम जाती है. पशु अगर इसे खाते हैं तो पेट में संक्रमण और अपच की समस्या हो सकती है.

बदबूदार अनाज या चारा पशुओं को बीमार कर सकता है. हमेशा ताजा और सूखा चारा दें.

हरी घास, संतुलित पोषण वाला चारा और विशेष फीड से पशुओं का पाचन तंत्र मजबूत रहता है और दूध की मात्रा बढ़ती है.

चारा हमेशा साफ-सुथरा और सूखे स्थान पर रखें. इससे बरसात में खराबी और संक्रमण से बचाव संभव होता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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