सर्दियों की ठंडी हवाओं में डेयरी किसान एक बड़ी चुनौती का सामना करते हैं—गाय में गर्भपात. 

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यह न सिर्फ पशु की सेहत को प्रभावित करता है, बल्कि दूध उत्पादन और आय भी घटा देता है.

ब्लू टंग, BVD वायरस, ब्रुसेला और अन्य बैक्टीरिया/वायरस गाय-भैंस में गर्भपात का मुख्य कारण बनते हैं. 

विटामिन A, E, आयरन और सेलेनियम की कमी से गर्भ ठहरने की संभावना कम होती है और गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है.

अत्यधिक ठंड या गर्मी, तेज हवा और चराई के दौरान जहरीले पौधों का सेवन भी गर्भपात का कारण बन सकता है.

पशु कम खाना खाता है, सुस्त दिखता है, पेट भारी लगता है या योनि से पानी जैसा स्राव हो सकता है. 

प्रोजेस्टेरोन टेस्ट और अल्ट्रासाउंड के माध्यम से समय पर गर्भपात का पता लगाया जा सकता है.

सही पोषण, हरा चारा, खनिज मिश्रण, साफ पानी और सुरक्षित बाड़ा देना बेहद जरूरी है. संक्रमित पशु से दूरी बनाए रखें.

गाय को आराम, पौष्टिक आहार और संक्रमण से बचाने के लिए तुरंत पशु चिकित्सक की मदद लें. 

होम्योपैथिक दवा ABORTIGO गर्भ सुरक्षित रखने, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और खनिज संतुलन बनाए रखने में मदद करती है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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