भारत में गाय पालन सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि लाखों किसानों की आमदनी और जीवन का आधार है.

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लेकिन गायों में गर्भपात किसानों के लिए आर्थिक और मानसिक दोनों तरह की परेशानी लाता है.

ब्लू टंग, बीवीडी, ब्रूसिला, IBR और कैम्पिलोबैक्टर जैसे वायरस गर्भपात के प्रमुख कारण बनते हैं.

पोषण की कमी, विटामिन–खनिजों का असंतुलन और आनुवंशिक दोष भी इसका कारण हो सकते हैं.

ज्यादा गर्मी-ठंड, दुर्घटना या जहरीले पौधे खाने से भी गर्भपात की संभावना बढ़ती है.

अल्ट्रासोनोग्राफी और हार्मोन जांच से गर्भपात का समय पर निदान कर इलाज संभव है.

संतुलित आहार, विटामिन A और E, कैल्शियम व सेलेनियम गायों की प्रजनन क्षमता को मजबूत बनाते हैं.

अबोर्टिगो: यह होम्योपैथिक दवा गायों में गर्भपात रोकने, हार्मोन संतुलन बनाए रखने और दूध उत्पादन बढ़ाने में मदद करती है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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