मौसम का बदलना सिर्फ इंसानों ही नहीं, बल्कि पशुओं की सेहत को भी गहराई से प्रभावित करता है. 

Photo Credit: Canva

ऐसे समय में थोड़ी सी लापरवाही दूध उत्पादन, सेहत और ताकत पर असर डाल सकती है. 

इसलिए जरूरी है कि बदलते मौसम में समय रहते पशुओं की देखभाल और खुराक पर खास ध्यान दिया जाए.

पशुओं के शेड को तीन तरफ से कम से कम 5 फीट ऊंची दीवार से घेरें ताकि तेज हवाओं और ठंड से बचाव हो सके.

पशु की खुराक में सरसों का तेल शामिल करें. कुल खुराक का केवल 2% तेल देने से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.

पशु को हरे और सूखे चारे की बराबर मात्रा दें ताकि उन्हें पर्याप्त पोषण और ऊर्जा मिल सके.

कुल खुराक का 5 से 10% हिस्सा गुड़ का शीरा बनाएं. यह पशुओं को ताकत देता है और ठंड से बचाता है.

शाम को पशुओं को हरा चारा जरूर खिलाएं, लेकिन इसके साथ ठंडा पानी कभी न दें.

जैसे-जैसे ठंड बढ़े, शेड को हल्के पर्दों से ढक दें ताकि भीतर गर्माहट बनी रहे.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

Next: दूध भी, मांस भी! इस बकरी से होगी दोगुनी कमाई