ब्रुसेल्लोसिस संक्रमण गर्भ के अंतिम चरण में गर्भपात करा सकता है. इससे जेर रुकने जैसी दिक्कतें भी हो सकती हैं.

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ब्रुसेल्लोसिस सिर्फ पशुओं में नहीं, इंसानों में भी बुखार व जोड़ों के दर्द का कारण बन सकता है. इसलिए सतर्क रहना जरूरी है.

रायकोमोनियासिस रोग नर पशु से फैलता है और मादा पशु में भ्रूण गिराने की वजह बनता है. 

विब्रियोसिस बीमारी कृत्रिम गर्भाधान से फैलती है और समय पर इलाज न हो तो भ्रूण का विकास रुक सकता है.

गर्भवती पशु को चोट लगना, हार्मोन युक्त चारा देना या संतुलित आहार की कमी भी गर्भपात का कारण बन सकती हैं.

प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन की कमी होने पर भी गर्भपात की संभावना बढ़ जाती है. यह पशु के शरीर में संतुलन बनाए रखना जरूरी है.

गर्भाधान या जननांगों की जांच अगर अनुभवहीन व्यक्ति करे तो गर्भ को नुकसान हो सकता है. हमेशा विशेषज्ञ की सलाह लें.

गर्भवती पशु को तनाव, चोट और संक्रमण से बचाएं. टीकाकरण कराएं और कृत्रिम गर्भाधान हमेशा अनुभवी से ही कराएं.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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