अगर आपके पशुओं के आसपास आवारा या संदिग्ध कुत्ते घूमते हैं, तो सावधान हो जाइए. 

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एक छोटे से काटने से गाय-भैंस तक रेबीज पहुंच सकता है और कच्चा दूध इंसानों के लिए खतरा बन सकता है.

विशेषज्ञों के अनुसार, रेबीज वायरस गाय और भैंस जैसे बड़े पशुओं में भी फैल सकता है.

अगर कोई रेबीज संक्रमित कुत्ता गाय या भैंस को काट लेता है, तो वायरस उनके शरीर में प्रवेश कर सकता है.

संक्रमित पशु के कच्चे दूध का सेवन इंसानों तक वायरस पहुंचा सकता है. ऐसे मामलों में तुरंत कच्चा दूध पीना बंद करें.

दूध को अच्छी तरह उबालने से रेबीज वायरस नष्ट हो जाता है. इसलिए संदिग्ध परिस्थिति में उबला दूध पीना ही सुरक्षित है.

गाय-भैंस दूध देने से पहले अक्सर थन चाटती हैं. अगर हल्का संक्रमण भी हो, तो बैक्टीरिया फैलने की संभावना बढ़ती है.

बड़े पशुओं में रेबीज के लक्षण तेजी से नहीं दिखते, लेकिन संक्रमण मौजूद रह सकता है. 

समय-समय पर रेबीज और अन्य आवश्यक टीके लगवाना पशुओं और पशुपालक परिवार दोनों की सुरक्षा के लिए जरूरी है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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