पशु की त्वचा चमकदार, मुलायम और बिना खुजली–घाव वाली होनी चाहिए. स्किन खराब हो तो पशु बीमार हो सकता है.

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स्वस्थ पशु सक्रिय, चौकस और सामान्य चाल से चलता है. सुस्ती या लड़खड़ाहट बीमारी का संकेत है.

थन मुलायम, बिना सूजन और बिना गांठ के होने चाहिए. थनेला होने पर दूध उत्पादन घट सकता है.

दूध की धार संतुलित और साफ निकलनी चाहिए. बहुत पतली या मोटी धार थन रोग का संकेत होती है.

2 साल में 2 दांत, 4 साल में 4 दांत—दांतों से सही उम्र पता चलती है. गलत उम्र बताकर अक्सर धोखा दिया जाता है.

आंखें साफ, चमकदार और नमी वाली हों तो पशु स्वस्थ है. धुंधली या लाल आंखें बीमारी का संकेत हैं.

स्वस्थ पशु नियमित और भूख से खाना खाता है. खाना छोड़ना या कम खाना पाचन समस्या दर्शाता है.

कई विक्रेता 3–4 दिन दूध नहीं दुहते ताकि थन भारी दिखे. खरीदते समय वहीं दूध निकालकर जरूर देखें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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