भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में गाय-भैंस पालन तेजी से बढ़ रहा है, जिससे किसानों की आमदनी और रोजगार बढ़ रहे हैं.

Photo Credit: Canva

गाय पवित्र मानी जाती है. गौशाला का निर्माण पुण्य का काम है और इसमें कार्य करने वाले समाज में सम्मानित माने जाते हैं.

गौशाला गायों को सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण देती है, जिससे उनका स्वास्थ्य और दूध उत्पादन बेहतर होता है.

गाय के गोबर का उपयोग खेतों में प्राकृतिक खाद के रूप में होता है, जिससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है.

गौशाला गरीब और बेरोजगार लोगों को रोजगार देती है, जिससे वे अपने परिवार का पालन-पोषण कर सकते हैं.

गौशाला पूर्व या उत्तर दिशा में बनानी चाहिए, जबकि इसका गेट दक्षिण या पश्चिम दिशा में होना शुभ माना जाता है.

गायों के लिए पर्याप्त जगह, ताजा पानी, भोजन, आरामदायक फर्श, रोशनी और हवादारी का प्रबंध करना जरूरी है.

गौशाला बनवाने से पहले अच्छे वास्तुकार और विशेषज्ञ की सलाह लें, और निर्माण में उच्च गुणवत्ता की सामग्री का प्रयोग करें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

Next: चूजों की देखभाल के ये टिप्स बढ़ाएंगे मुनाफा