Photo Credit: Canva
मुर्रा और मेहसाणा जैसी मशहूर नस्लें किसानों को ज्यादा दूध, बेहतर हेल्थ और लंबे समय तक स्थिर मुनाफा देती हैं.
डेयरी शुरू करने वाले किसान अक्सर ऐसी नस्लें चुनते हैं, जिनसे ज्यादा दूध और बेहतर क्वालिटी मिल सके.
भारत में दूध उत्पादन में बढ़िया प्रदर्शन करने वाली इन दो नस्लों ने डेयरी उद्योग में मजबूत पहचान बनाई है.
मुर्रा भैंस अपने कॉम्पैक्ट, भारी शरीर और शाइनी काले रंग से पहचानी जाती है.
यह बीमारियों से जल्दी प्रभावित नहीं होती. कठिन मौसम परिस्थितियों में भी ये खुद को अनुकूल बना लेती है.
मेहसाणा भैंस एक प्रसिद्ध मिश्रित नस्ल है जो गुजरात के मेहसाणा और आसपास के इलाकों में पाई जाती है.
मुर्रा की तुलना में इसका शरीर लंबा और हल्का होता है, जिससे यह ज्यादा फुर्तीली रहती है.
मेहसाणा भैंस के हॉर्न इसकी पहचान माने जाते हैं. कई बार इसके सींग हल्के मुड़े, सीधे या अनियमित आकार के होते हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.