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सही खुराक देने से न सिर्फ दूध बढ़ाती है, बल्कि पशुओं को बीमारियों से भी बचाती है.
बाई फैट पशुओं की मांसपेशियों और ताकत को बढ़ाती है, जिससे वे ठंड में भी एक्टिव और हेल्दी रहते हैं.
एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि शुरुआत में सिर्फ 100 ग्राम बाई फैट भूनकर या पकाकर खिलाएं, ताकि पाचन पर असर न हो.
कुछ दिनों बाद बाई फैट की मात्रा 600 ग्राम प्रति दिन तक बढ़ाई जा सकती है, जिससे दूध उत्पादन तेजी से बढ़ता है.
नियमित बाई फैट सेवन से पशुओं की इम्युनिटी काफी बढ़ जाती है, जिससे वे मौसमी बीमारियों से सुरक्षित रहते हैं.
खुराक में बिनौला शामिल करने से गाय-भैंस न सिर्फ तगड़ी होती हैं बल्कि उनकी स्किन और हेल्थ दोनों में निखार आता है.
कच्चा बिनौला पचने में भारी होता है और पशु की तबीयत बिगाड़ सकता है, इसलिए इसे हमेशा भूनकर या पकाकर ही दें.
पौष्टिक खुराक के कारण पशुओं की प्रजनन क्षमता बढ़ती है और बच्चा देने के समय दिक्कतें कम होती हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.