जैसे ही धान की बालियां निकलनी शुरू होती हैं, कीट और जानवर फसल की ओर आकर्षित होने लगते हैं. 

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इस समय सावधानी बरतना बेहद जरूरी है नहीं तो आपकी पूरी फसल चौपट हो सकते हैं.

गंधी बग: ये कीट धान की बालियों में छिपकर उनका रस चूसते हैं, जिससे दाने खोखले हो जाते हैं और पैदावार घट जाती है. 

खेत में फेनवलरेट 20 ई.सी. या नीम के तेल का छिड़काव करें. ये दोनों उपाय कीटों को दूर रखते हैं.

खेत में खरपतवार उगने से कीटों को छिपने और बढ़ने का मौका मिलता है. इसलिए खरपतवारों को नियमित रूप से हटाते रहें.

चूहे पूरे साल खेतों में रहते हैं, लेकिन धान की बालियां आते ही दानों को कुतरने लगते हैं. 

एक्सपर्ट्स का कहना है कि चूहे नियंत्रण में न आएं तो वे प्रति एकड़ 50 किलो तक धान की फसल खा जाते हैं. 

खेत के किनारों या मेड़ों पर पुदीना और कपूर के तेल की कुछ बूंदें डालें. इनकी तेज गंध से चूहे खेत से भाग जाते हैं.

हर 3-4 दिन में खेत का दौरा करें. अगर कहीं बालियों में कीट या चूहों की हल्की भी गतिविधि दिखे तो तुरंत कार्रवाई करें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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