Photo Credit: Canva
इस साल यह 20 अक्टूबर, सोमवार को है. यह दिन भगवान राम के अयोध्या लौटने का प्रतीक माना जाता है.
20 अक्टूबर को दोपहर 03:44 बजे अमावस्या तिथि शुरू होगी और 21 अक्टूबर को शाम 05:54 बजे समाप्त होगी.
गणेश-लक्ष्मी पूजन के लिए प्रदोष काल शाम 05:46 से रात 08:18 तक और वृषभ काल शाम 07:08 से रात 09:03 शुभ माना गया है.
ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:44 से 05:34, अभिजित मुहूर्त सुबह 11:43 से 12:28 बजे तक है.
रात के समय लाभ-मुहूर्त 10:31 बजे से अगले दिन 12:06 बजे तक उत्तम है. राहुकाल सुबह 07:50 से 09:15 तक रहेगा.
पूजा के लिए उत्तर-पूर्व दिशा में चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें.
भोग में माता लक्ष्मी को खीर प्रिय है, जबकि भगवान गणेश को मोदक और बेसन के लड्डू.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.