अब मछली पालन महंगे चारे पर निर्भर नहीं. घर पर बने सस्ते और पोषक चारे से मछलियों का वजन तेजी से बढ़ेगा.

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गाय-भैंस के गोबर और बकरी के मल से तैयार चारा मछलियों के लिए पोषणदायक और सस्ता विकल्प है.

5-6 फीट गहरे तालाब में सूर्य की रोशनी प्लैंक्टन उत्पन्न करती है, जो मछलियों का प्राकृतिक भोजन बनता है.

अलग-अलग प्रजातियों की मछलियों को एक तालाब में पालने से उत्पादन बढ़ता है, क्योंकि वे अलग स्तरों पर भोजन खोजती हैं.

गोबर डालने से पानी में प्लवक और प्लैंक्टन बढ़ते हैं, जिससे मछलियों को पर्याप्त और प्राकृतिक भोजन मिलता है.

1 हेक्टेयर तालाब के लिए शुरुआत में 2,000 किलो, फिर हर महीने 1,000 किलो गोबर डालने से लगातार पोषण मिलता है.

अगर गोबर पर्याप्त न हो, तो बकरी का मल भी चारे के रूप में काम करता है, जल्दी घुलता है.

घर पर तैयार चारा महंगा बाजारू फीड बचाता है और मछलियों का विकास तेज होने से किसानों की आय बढ़ती है.

गोबर और जैविक चारे से मछलियों की ग्रोथ प्राकृतिक होती है, उनका वजन बढ़ता है और उत्पादन बेहतर होता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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