सर्दियों में मछली पालन चुनौती बन जाता है, क्योंकि ठंड के कारण मछलियों की भूख और बढ़वार धीमी हो जाती है. 

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लेकिन सही देखभाल और रणनीति से इस मौसम में भी मुनाफा सुनिश्चित किया जा सकता है.

सर्दियों में मछलियों की भूख कम हो जाती है और बढ़वार धीमी पड़ती है, इसलिए सतर्क रहने की जरूरत होती है.

कतला, रोहू और मृगल जैसी मछलियां ठंड में तालाब के निचे में चली जाती हैं, जिससे उनका खाना-पीना कम हो जाता है.

तालाब का तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस बनाए रखना ठंड में सबसे जरूरी होता है.

मछलियों को सर्दियों में हल्का लेकिन प्रोटीन युक्त आहार देना चाहिए, ताकि उनकी सेहत और ग्रोथ बनी रहे.

ज्यादा या खराब आहार देने से पानी गंदा होता है और बीमारी फैलने का खतरा बढ़ता है.

बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण रोकने के लिए पानी में सीमित मात्रा में नमक या चूना डालना फायदेमंद होता है.

मछलियों के व्यवहार में बदलाव जैसे खाना न खाना या तैरने में परेशानी दिखे, तो तुरंत विशेषज्ञ की सलाह लेना चाहिए.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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