घर पर उगा हुआ तेजपत्ता न सिर्फ ज्यादा सुगंध देता है बल्कि पूरी तरह केमिकल-फ्री भी होता है. 

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उत्तर भारत में मार्च–अप्रैल या सितंबर–अक्टूबर, जबकि दक्षिण भारत में नवंबर–फरवरी का समय इसे लगाने के लिए बेस्ट है.

तेजपत्ता की जड़ फैलती हैं, इसलिए गहरा गमला जरूरी है. मिट्टी में पॉटिंग मिक्स, कंपोस्ट और थोड़ी रेत मिलाकर डालें.

चाहें तो छोटे पौधे खरीद लें या बीज से उगाएं. गमले में मिट्टी भरते समय ऊपर 2–3 इंच जगह खाली छोड़ें.

तेज़पत्ता रोज 4–6 घंटे की धूप में जल्दी बढ़ता है. पानी सिर्फ हल्का-सा दें, मिट्टी कभी गिली न रहने दें.

केंचुआ खाद या घर की बनी जैविक खाद डालने से पौधा घना बढ़ता है और पत्तियों में फ्लेवर भी ज्यादा आता है.

सर्दियों में तेजपत्ता ठंड झेल नहीं पाता. इसलिए जैसे ही तापमान गिरने लगे, गमला घर के अंदर सुरक्षित जगह पर रखें.

6–8 महीने बाद जब शाखाएं फैल जाएं, तभी पत्तियां धीरे-धीरे तोड़ें. एक बार में ज्यादा पत्तियां न तोड़ें.

ताजा पत्तियां तो फ्लेवर देती ही हैं, सूखी पत्तियां भी महीनों तक चलती हैं. बस इन्हें छांव में सुखाएं.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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