गुड़हल के लिए दोमट मिट्टी सबसे बेहतर है. इसमें गोबर की खाद और रेत मिलाकर मिट्टी को ड्रेनेज फ्रेंडली बनाएं.

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गुड़हल के लिए बड़ा गमला लें और ये जरूर देखें कि गमले में नीचे पानी निकालने का छेद खुला हो.

गुड़हल को पुराने पौधे की कटिंग से उगाएं. कटिंग का निचला हिस्सा पत्तियों से साफ करें और मिट्टी में गहराई में लगाकर पानी दें.

आप गुड़हल को बीज से भी उगा सकते हैं. थोड़ी अधिक देखरेख की जरूरत होगी लेकिन यह तरीका भी कारगर है.

गुड़हल के अच्छे विकास के लिए उसे रोजाना अच्छी धूप दें. इसे ऐसे स्थान पर रखें जहां कम से कम 4-6 घंटे धूप आए.

गुड़हल को नियमित पानी दें लेकिन इतना भी नहीं कि मिट्टी में पानी जमा हो जाए. पानी रुकने से जड़ें गलने लगती हैं.

हर 15-20 दिन पर खाद डालें. गोबर की खाद, वर्मी कम्पोस्ट या पोटाश युक्त खाद से फूलों की संख्या बेहतर होती है.

कीड़ों से बचाने के लिए नीम तेल का छिड़काव करें. यह एक नैचुरल तरीका है जिससे पत्ते हरे और पौधा हेल्दी रहेगा.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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