दुर्गा पूजा में मां दुर्गा को लाल फूल अर्पित करना परंपरा है और गुड़हल इस पूजा में सबसे खास माना जाता है. 

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अगर आप अभी से पौधों की देखभाल और खाद देना शुरू कर दें, तो दुर्गा पूजा तक पौधे पर लाल फूलों की भरमार होगी.

विशेषज्ञों के अनुसार, गुड़हल के पौधे के लिए सरसों की खली सबसे कारगर जैविक खाद है. 

इसमें नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटैशियम और प्रोटीन जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं.

सरसों की खली मिट्टी की सेहत को सुधारती है, नमी बनाए रखती है और पौधों की जड़ों को मजबूत करती है. 

सरसों की खली पूरी तरह प्राकृतिक और सुरक्षित है, जिससे पौधों और पर्यावरण दोनों का नुकसान नहीं होता.

1 किलो सरसों की खली 5 लीटर पानी में 2-3 दिन गलने दें. इसके बाद 1:10 रेशियो में और पानी मिलाकर पतला करें.

इस घोल को हर 15 दिन पर पौधों की जड़ों में डालें. ध्यान रखें कि ज्यादा मात्रा का उपयोग न करें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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