रजनीगंधा के लिए कम से कम 10-12 इंच गहरा और चौड़ा गमला होना चाहिए, जिसमें पानी निकासी के लिए छेद ज़रूरी है.

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50% बागवानी मिट्टी, 25% गोबर खाद या वर्मी कम्पोस्ट और 25% रेत या कोकोपीट मिलाकर उपजाऊ मिश्रण तैयार करें.

बल्ब को लगाने से पहले 1-2 घंटे फंगीसाइड जैसे बाविस्टिन के घोल में डुबोकर लगाने से फंगल संक्रमण से बचाव होता है.

बल्ब को गमले में 2-3 इंच गहराई में रोपें, फिर मिट्टी भरकर हल्के हाथों से दबाकर थोड़ा पानी दें.

रोजाना पानी देने की जरूरत नहीं होती. केवल तभी पानी दें जब मिट्टी सूखी महसूस हो, वरना बल्ब सड़ सकता है.

हर 20-25 दिन में गोबर खाद या वर्मी कम्पोस्ट डालें और फूल आने के समय पोटाश व फॉस्फोरस युक्त खाद जैसे डीएपी दें.

रजनीगंधा को 6 से 7 घंटे की सीधी धूप चाहिए. इसलिए पौधे को बालकनी या खुले स्थान पर रखें.

जुलाई से सितंबर तक का समय रजनीगंधा लगाने के लिए सबसे अच्छा होता है. इस मौसम में फूल जल्दी और सुंदर आते हैं.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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