इमली के बीज को सीधा मिट्टी में न लगाएं. सबसे पहले बीज को अच्छे से धोकर 2-3 दिन तक छांव में सुखा लें. 

PC: Canva

सुखे हुए बीज को गमले या बगीचे की नरम मिट्टी में लगभग 1 इंच गहराई तक लगाएं और ऊपर से हल्की मिट्टी से ढक दें.

इमली का पौधा अच्छी धूप में तेजी से बढ़ता है. इसलिए गमला या पौधा खुले स्थान पर रखें जहां कम से कम 6 घंटे की धूप मिलती हो.

पौधा लगने के बाद नियमित रूप से पानी देना जरूरी है. लेकिन ध्यान रखें कि मिट्टी में जलभराव न हो, वरना बीज सड़ सकता है.

पौधे को पोषण देने के लिए हर 15-20 दिन में गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट जैसे जैविक खाद का उपयोग करें.

इमली के पौधे के आसपास खरपतवार न पनपने दें. समय-समय पर मिट्टी की हल्की खुदाई करें, जिससे जड़ें सांस ले सकें.

इमली का पौधा आमतौर पर मजबूत होता है, लेकिन शुरुआती चरण में इसे कीड़ों से बचाने के लिए नीम का तेल छिड़क सकते हैं.

इमली के पौधे में फल आने में 3 से 4 साल का समय लग सकता है. धैर्य रखें और लगातार देखभाल करें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

Next: सांपों से बचाएंगे ये पौधे, घर में जरूर लगाएं!