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अमरूद को पानी जरूर चाहिए, लेकिन मिट्टी गीली नहीं—सिर्फ नम रहनी चाहिए. हफ्ते में 2–3 बार हल्की सिंचाई करें.
अमरूद का पेड़ धूप-पसंद होता है. अगर पेड़ आधी छांव में है तो फल काफी कम लगेंगे.
गोबर की खाद या कंपोस्ट अमरूद के लिए सबसे अच्छा पोषण है. यह मिट्टी की उर्वरता बढ़ाती है.
गुड़ाई करने से मिट्टी में हवा पहुंचती है और जड़ें ज्यादा सक्रिय होती हैं. इससे पेड़ तेजी से बढ़ता है.
पत्तों पर कीड़े दिखें या पत्तियां मुड़ने लगें तो एक बाल्टी पानी में थोड़ा चूना मिलाकर स्प्रे करें.
अगर पेड़ में फूल बनते ही गिर जाते हैं तो जड़ों के आसपास सूखी लकड़ी की राख डालें.
सूखी घास या पत्तों की परत तने के आसपास बिछाने से मिट्टी की नमी बनी रहती है, तापमान नियंत्रित रहता है.
पुरानी, सूखी या अंदर की ओर बढ़ती टहनियों को काट देने से नई शाखाएं निकलती हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.