PC: Canva
मिट्टी में फंगस या रोग लगने पर उसमें नीम की खली मिलाएं, जो एक नेचुरल फंगीसाइड का काम करती है.
कीटों और रोगों से बचाने के लिए टमाटर के पौधों पर नियमित रूप से छाछ या नीम के पानी का स्प्रे करें.
टमाटर के पौधों की जड़ों में हल्दी या दालचीनी पाउडर डालने से उनकी ग्रोथ तेज होती है और रोग दूर रहते हैं.
गोबर, वर्मीकंपोस्ट और घर की जैविक खाद से पौधों को पोषण दें, रासायनिक खाद से टमाटर जल्दी खराब हो सकते हैं.
टमाटर के पौधों को जरूरत से ज्यादा पानी न दें, इससे जड़ें सड़ सकती हैं और फल जल्दी खराब हो सकते हैं.
टमाटर के पौधों को ऐसी जगह लगाएं जहां अच्छी धूप और हवा मिलती हो, इससे पौधे स्वस्थ रहते हैं.
पौधों के आसपास गिरे हुए सूखे पत्तों को समय-समय पर साफ करें, ताकि फंगस और कीट न पनपें.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.