तुलसी के लिए चौड़े मुंह वाला गमला चुनें और उसके नीचे ड्रेनेज के लिए छेद रखें, ताकि पानी जमा न हो.

PC: Canva

गर्मी में तुलसी को दिन में 2–3 बार पानी दें, लेकिन ध्यान रखें कि मिट्टी में जलभराव न हो. 

तुलसी ज्यादा नमी में नहीं पनपती. अगर जड़ों में गीलापन दिखे तो मिट्टी हटा कर सूखी मिट्टी व रेत डालें.

तुलसी को रोजाना कम से कम 5-6 घंटे धूप मिलनी चाहिए. इसे हमेशा खुले और हवादार स्थान पर रखें.

नीम पाउडर का छिड़काव करें या नीम की पत्तियों का उबला पानी हर 15 दिन में मिट्टी में डालें. 

तुलसी की पत्तियों की ग्रोथ के लिए समय-समय पर छंटाई जरूरी है. इससे पौधा घना होता है और नई पत्तियां जल्दी निकलती हैं.

तुलसी को बार-बार छूने या पत्तियां तोड़ने से उसका विकास रुक सकता है. जरूरत होने पर ही पत्तियां लें.

तुलसी के लिए दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त है. मिट्टी में जैविक खाद मिलाएं और समय-समय पर ढीला करें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

Next: दुनिया में सबसे ज्यादा पपीता का उत्पादन कहां होता है