घर की खूबसूरती बढ़ाने वाले इंडोर प्लांट्स को स्वस्थ रखना सिर्फ धूप या खाद से नहीं, बल्कि पानी देने पर भी निर्भर करता है. 

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सुबह पानी देने से पौधे दिनभर की रोशनी और तापमान के लिए तैयार हो जाते हैं, जिससे उनकी ग्रोथ बेहतर होती है.

सुबह पानी देने पर यह आसानी से जड़ों तक पहुंचता है और धीरे-धीरे सूखता है, जिससे फफूंदी का खतरा घटता है.

रात में पानी देने से मिट्टी देर तक गीली रहती है, जिससे जड़ें सड़ सकती हैं और पौधा कमजोर हो जाता है.

मिट्टी की ऊपरी परत (करीब 2 इंच) अगर सूखी हो तभी पानी दें, वरना ओवरवॉटरिंग से पौधा खराब हो सकता है.

एकदम तेज धार से पानी देने के बजाय धीरे-धीरे डालें ताकि पानी नीचे तक पहुंचे और पौधे को पूरा पोषण मिले.

जब गमले के नीचे से थोड़ा पानी बहने लगे, तो समझिए पौधे को पर्याप्त पानी मिल गया है.

कमरे के तापमान का या बारिश का पानी पौधों के लिए सबसे अच्छा होता है, जबकि ठंडा या गर्म पानी नुकसानदेह है.

हर पौधे की जरूरत अलग होती है, इसलिए हफ्ते में 2-3 बार उसकी मिट्टी और नमी की जांच जरूर करें.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है.

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